ज्यादा तुलसी के सेवन से हो सकते हैं कई नुकसान

ज्यादा तुलसी के सेवन से हो सकते हैं कई नुकसान

सेहतराग टीम

हमारे आस-पास कई ऐसी चीजें होती हैं जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती हैं। उन्हीं में एक है तुलसी जो कई बीमारियों को दूर करने में हमारी मदद करती है। क्योंकि तुलसी में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं, जिससे हमारे शरीर को कई फायदे होते हैं। रोज सुबह तुलसी के पत्ते चबाने की सलाह दी जाती है। तुलसी के पत्तों को चाय में भी डाला जाता है, जिससे चाय का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही ये चाय पीने से कई बीमारियों के संक्रमण को दूर करने में सहायता मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर तुलसी का सेवन अत्याधिक किया जाए, तो इससे आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।

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दरअसल, तुलसी का सेवन करना हमारी सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है, लेकिन अगर इसका ज्यादा सेवन किया जाए तो ये हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। तुलसी की पत्तियों में हाइपोग्लाइसेमिक लेवल कंट्रोल करने वाले गुण होते हैं। इसलिए तुलसी के पत्ते चबाने से आपका बल्ड शुगर लेवल कम होता है। ऐसे में अगर शुगर के मरीज पहले से शुगर की दवाइयां ले रहे हैं और साथ में वो तुलसी का ज्यादा सेवन करते हैं तो उनके बल्ड शुगर में बहुत ज्यादा कमी आ सकती है, जो कि उनके लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए तुलसी के पत्तों का ज्यादा सेवन न करने की सलाह दी जाती है।

डायबिटीज के अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए भी तुलसी का ज्यादा सेवन नुकसानदेह हो सकता है। तुलसी में यूजेनॉल मौजूद होता है, जो कि महिलाओं के पीरियड शुरू होने का कारण बन सकता है। वहीं, तुलसी का अगर अधिक सेवन किया जाए तो गर्भवती महिलाओं को डायरिया की समस्या भी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर्स महिलाओं को तुलसी का सेवन नहीं करने की सलाह देते हैं, क्योंकि ऐसा करने से इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

तुलसी में यूजेनॉल होता है, जिसकी वजह से मुंह में छाले हो सकते हैं और चक्कर तक आ सकते हैं। यही नहीं इसकी वजह से हार्ट रेट तक बढ़ सकता है। इसलिए तुलसी के अधिक सेवन न करने की सलाह देते हैं। तुलसी का अत्याधिक सेवन इसलिए भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से पेट में जलन पैदा हो सकती है जिससे कब्ज जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए तुलसी के पत्तों का सेवन सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है।

हमारे शरीर में खून का काफी महत्व होता है, लेकिन अगर तुलसी के पत्तों का अधिक सेवन किया जाए तो इससे खून पतला हो सकता है। वहीं, अगर जो लोग वालफरिन और हेपरिन जैसी दवाओं का सेवन करते हैं तो इनके साथ में तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा एंटी-क्लोटिंग दवाओं के सेवन के साथ तुलसी के पत्तों का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

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